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Tuesday, January 23, 2018

किसी भी फील्ड में सफल करियर के लिए इन बातों का रखें ध्यान

जब भी लोग अपनी नई नौकरी शुरु करते है तो चाहते है कि वह नयी जॉब की तरह ही आपके नए कलीग्स और बॉस भी आपको खुले मन से अपना पाएं मतलब है नए लोग, नया ऑफ़िस और एक नयी तरह की जिदंगी । अब यह बात तो जाहिर है कि हर कोई नयी नौकरी से अपने जीवन को और भी बेहतर बनाना चाहता हैं। अगर आप भी नई नौकरी की शुरुआत कर रहे हैं तो आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपको किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े।

अपना परिचय दीजिये

बिना शर्माए या यह सोचे कि आप नयें हैं, ख़ुद सामने से अपनी कलीग्स को अपना परिचय दीजिये, जान-पहचान बढ़ाइये। इस तरह किसी के मन में कोई हिचक नहीं रहेगी और काम करने में आसानी होगी।

अनुभवी व्यक्ति से दोस्ती कीजिये

हर कंपनी में कुछ लोग होते हैं जो कई सालों से वही नौकरी कर रहे होते हैं| ऐसे लोगों की दोस्ती आपको न सिर्फ़ कंपनी की सभ्यता के बारे में बताएगी बल्कि मुसीबत के वक़्त आपके काम भी आएगी।

लक्ष्य बांध लें

न सिर्फ़ अपने बॉस के साथ,बल्कि अपने नीचे काम करने वालों के साथ भी लक्ष्य निर्धारित कर लें। यह बताएगा कि आप अपने काम को लेकर कितने सीरियस हैं और जल्द से जल्द कंपनी की तरक्की में अपना योगदान देने को उत्सुक हैं।

अपनी बात पर टिकें

यह बहुत ही ज़रूरी है। इंटरव्यू देते वक़्त जो जो कहा था अपने बारे में, नौकरी शुरू करते वक़्त वो सब याद करें और पहले ही दिन से लग जाएं उसे हक़ीक़त का रूप देने में। कहीं आपके बॉस को यह न लगे कि डींगें मार के नौकरी ली है, दम बिलकुल नहीं है।

नयी आदतें डालें

पुरानी नौकरी पर आयी मुश्किलों से सीखें, अपनी कमजोरियों को पहचानें और नयी नौकरी पर नयी और बेहतर आदतों के साथ शुरुआत करें। कम से कम यहां ग़लतियां नयी होंगी तो सबक भी नए मिलेंगे।

सोशल मीडिया का इस्तेमाल

आज सोशल मीडिया का महत्व बहुत बड़ गया है इसलिए नौकरी मिलते ही ट्विटर और लिंक्डइन जैसी साइट्स को अपडेट करें और अपने कलीग्स के साथ कनेक्ट हों। इस तरह आप उन्हें और भी करीब से जान पाएँगे और उन्हें आपको जानने का मौका देंगे।

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Friday, November 10, 2017

सफलता के लिए विद्यार्थियों को ध्यान रखनी चाहिए सात बातें : चाणक्य नीति

जिंदगी में हम सब हमेशा सीखते रहते हैं और हम सब विद्यार्थी हैं, आचार्य चाणक्य की सम्पूर्ण चाणक्य नीति हमने पहले ही प्रकाशित की थी जिसमे विद्यार्थियों के लिए कुछ बेहद उपयोगी और अद्भुत नीतियों के बारे में बताया गया है। इन नीतियों का पालन करके कोई भी विद्यार्थी उत्तम तथा सही रूप से शिक्षा प्राप्त करने में सफल हो सकता है और अपनी जिंदगी में हर मुकाम हासिल करने की काबिलियत हासिल कर सकता है। इन्ही नीतियों में से एक के बारे में हम विस्तार से आपको बताएँगे ताकि आप इन्हें अच्छे से समझ सकें और इन्हें अपना कर अपनी जिंदगी में अहम् बदलाव ला सकें  :

कामक्रोधौ तथा लोभं स्वायु श्रृड्गारकौतुरके।

अतिनिद्रातिसेवे च विद्यार्थी ह्मष्ट वर्जयेत्।।

अर्थात- विद्यार्धी के लिए आवश्यक है कि वह इन आठ दोषों का त्याग करे:

१.काम,

२.क्रोध

३.लोभ

४.स्वादिष्ठ पदार्थों या भोजन

५.श्रृंगार

६.हंसी-मजाक

७.निद्रा (नींद)

इन सात दोषों के त्यागने से ही विद्यार्थी को विद्या प्राप्त हो सकती है। अब इन दोषों के बारे में थोडा विस्तार से जानते हैं ताकि आप इन्हें ठीक से समझ सकें :

1. काम भावनाओं से बचें :

जिस व्यक्ति के मन में काम वासना उत्पन्न हो जाती है, वह हर समय अशांत रहने लगता है। ऐसा व्यक्ति अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए सही-गलत कोई भी रास्ता अपना सकता है। कोई विद्यार्थी अगर काम वासना के चक्कर में पड़ जाए, तो वह पढ़ाई छोड़कर दूसरे कामों की ओर आकर्षित होने लगता है। उसका सारा ध्यान केवल अपनी काम वासना की पूर्ति की ओर लगने लगता है और वह पढ़ाई-लिखाई से बहुत दूर हो जाता है। इसलिए विद्यर्थियों को ऐसी भावनाओं के बचना चाहिए

2.प्रयास करें की क्रोध न करें :

क्रोध में आदमी अँधा हो जाता है, उसे सही गलत की पहचान नहीं रह जाती है, और जो व्यक्ति क्रोधी स्वभाव है और छोटी से छोटी बात पर भी गुस्सा होकर कुछ ऐसा कर बैठता है जिसके लिए आगे जाकर पछताना पड़े वैसे लोग क्रोध आने पर किसी का भी बुरा कर बैठते है।

ऐसे स्वभाव वाले व्यक्ति का मन कभी भी शांत नहीं रहता। विद्या प्राप्त करने के लिए मन का शांत और एकचित्त होना बहुत जरूरी होता है। अशांत मन से शिक्षा प्राप्त करने पर मनुष्य केवल उस ज्ञान को सुनता है, उसे समझ कर उसका पालन कभी नहीं कर पाता। इसलिए शिक्षा प्राप्त करने के लिए मनुष्य को अपने क्रोध पर नियंत्रण करना बहुत जरूरी होता है।

3. देख परायी चुपड़ी न ललचाओ जी ( लोभ न करें ):

लालच बुरी बला है, हम सबने से सुना और पढ़ा है, लालची इंसान अपने फायदे के लिए किसी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं और किसी के साथ भी धोखा कर सकते हैं। ऐसे व्यक्ति सही-गलत के बारे में बिलकुल नहीं सोचते। जिस व्यक्ति के मन में दूसरों की वस्तु पाने या हक़ छीनने की भावना होती है और हमेशा उसे पाने की योजना बनाने में ही लगा रहता है। ऐसा व्यक्ति कभी भी अपनी विद्या के बारे में सतर्क नहीं रह सकता  और अपना सारा समय अपने लालच को पूरा करने में गंवा देता है। विद्यार्थी को कभी भी अपने मन में लोभ या लालच की भावना नहीं आने देना चाहिए

4. स्वादिष्ठ पदार्थ तथा भोजन के चक्कर में हमेशा न रहें:

जिस इंसान की जीभ उसके वश में नहीं होती, वह हमेशा ही स्वादिष्ठ व्यंजनों की खोज में लगा रहता है। ऐसा व्यक्ति अन्य बातों को छोड़ कर केवल खाने को ही सबसे ज्यादा अहमियत देता है। कई बार स्वादिष्ठ व्यंजनों के चक्कर के मनुष्य अपने स्वास्थ तक के साथ समझौता कर बैठता है। विद्यार्थी को अपनी जीभ पर कंट्रोल रखनी चाहिए, ताकी वह अपने स्वास्थय और अपनी विद्या दोनों का ध्यान रख सके।

5. श्रृंगार (सजना-सवरना) और अपनी शरीर सेवा में अधिक समय न दे:

जिस विद्यार्थी का मन सजने - सवरने में लग जाता है वह अपना ज्यादातर समय इन्ही बातों में गवां देता है। ऐसे व्यक्ति खुद को हर वक्त सबसे सुन्दर और अलग दिखने के लिए ही मेहनत करते रहते हैं, और इसी वजह से हमेश उनके दिमाग में सौंदर्य, अच्छे पहनावे और रहन -सहन से जुडी बातें ही घुमती रहती हैं। सजने-सवरने के बारे में सोचने वाला व्यक्ति कभी भी एक जगह ध्यान केंद्रित करके विद्या नहीं प्राप्त कर पाता। विद्यार्थी को ऐसे परिस्थितियों से बचना चाहिए

6. हंसी-मजाक में समय व्यर्थ न करें :

किसी अच्छे विद्यार्थी का एक सबसे महत्वपूर्ण गुण होता है गंभीरता। विद्यार्थी को शिक्षा प्राप्त करने और जीवन में सफलता पाने के लिए इस गुण को अपनाना बहुत जरूरी होता है। जो विद्यार्थी अपना सारा समय हंसी-मजाक में व्यर्थ कर देता है, वह कभी सफलता नहीं प्राप्त कर पाता। विद्या  प्राप्त करने के लिए मन का स्थित होना बहुत जरूरी होता है और हंसी-मजाक में लगा रहना वाला विद्यार्थी अपने मन को कभी स्थिर नहीं रख पाता।

7.निद्रा : आवश्यकता से अधिक सोने से बचें :

अमूमन स्वस्थ मनुष्य  के लिए ६-८ घंटे सोना आवश्यक होता है, विद्यार्थोयों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की वे आवश्यकता से अधिक निद्रा से बचें। अत्यधिक निद्रा से शरीर में हमेशा थकान बनी रहती है और अगर शरीर थका हो तो ध्यान केन्द्रित करना मुश्किल हो जाता है, और अध्ययन के लिए दिमाग का केन्द्रित होना अत्यंत आवश्यक है l

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Thursday, October 19, 2017

धैर्य रखो, सफलता जरूर मिलेगी | Patience Is Key Of Success

दुनिया में सफलता पाने के लिए धैर्य या धीरज (Patience) का होना बहुत जरुरी होता है।

बहुत से ऐसे कार्य होते हैं जिन्हें पूरा होने में काफी समय लगता है, ऐसे में यदि उस कार्य को करने वाले व्यक्ति में धैर्य (Patience) नहीं है तो या तो वह उस कार्य को बीच में ही छोड़ देगा या फिर कार्य को जल्दी पूरा करने की कोशिश करेगा और काम को आधा अधूरा ही पूरा कर सकेगा।

दोनों ही स्थिति में Work सही से नहीं हो पायेगा और उस कार्य में सक्सेस नहीं मिल पायेगी।

उदाहरण के लिए, यदि कार चलाना सीखना है तो आपको उसे सही से सीखने में कुछ दिन तो जरूर लगेंगे। यदि आप चाहें कि आप दो दिन में अच्छी तरह कार चलाना सीख जाएँ तो ऐसा नहीं हो सकता।

अब सोचिये आपने कार को सीखना शुरू किया और दो या तीन दिन में ही कार सही से नहीं सीख पाए और आपने उसे सीखना बंद कर दिया तो इसका मतलब है कि आपके अंदर धैर्य की बहुत कमी है।

यदि आपके अंदर धैर्य होता हो आप उसका इस्तेमाल करते और कम से कम एक महीना कार सीखने (car driving) में लगाते। इसलिए कोई काम जितने टाइम में सही तरीके से पूरा होता है, उसे करने के लिए आपको उतना समय तो देना ही होगा।

हमारा Patience ही हमें उस कार्य को सही समय में और सही तरीके से करने के लिए प्रेरित (motivate) करता है। अब यदि Patience नहीं है तो सीधी सी बात है कि काम बिगड़ना या पूरा न होना तय है।
आइये मैं आपको एक प्रेरक कहानी (Inspirational Story) बताता हूँ।

धैर्य पर प्रेरणात्मक कहानी

Motivational Story On Patience

एक व्यक्ति को कुआं खोदने के लिए कहा गया। वह व्यक्ति कुआं खोदने के सभी औजार लेकर आया और कुआं खोदने लगा। लेकिन यह क्या……उसने तो 10 फुट गहरा गड्डा खोदने के बाद अपना धैर्य ही खो दिया और सोचने लगा कि शायद इस जगह पानी नहीं निकलेगा।

अब वह दूसरी जगह जाकर गड्डा खोदने लगा। अब उसने 11 फुट गहरा गड्डा खोदा लेकिन पानी नहीं निकला। उसका धैर्य एक बार फिर धोखा दे गया और उसने उस जगह खोदना बंद कर दिया।

अब वह गांव में ही किसी तीसरी जगह जाकर गड्डा खोदने लगा। इस बार उसने एक फुट और ज्यादा गहरा गड्डा खोदा लेकिन उसे पानी अब भी न मिला। परेशान होकर उसने वहां पर भी खुदाई बंद कर दी।

अब वह किसी अन्य जगह कुआं खोदने लगा। अबकी बार उसने 14 फुट गहरा गड्डा खोदा लेकिन पानी अब भी नहीं आया। अब उस व्यक्ति ने अपना धैर्य पूर्ण रूप से खो दिया। अब उसने निश्चय किया कि अब वह कुआं नहीं खोदेगा। उसने अपनी विफलता (Failure) स्वीकार कर ली थी।
तभी उसी समय उस गांव का ही एक व्यक्ति आया और उसने 14 फुट गहरे गड्डे में खोदना शुरू कर दिया। केवल एक फुट और खोदने के बाद ही पानी मिल गया।

दोस्तों! पहले व्यक्ति ने इतनी ज्यादा मेहनत (Hard work) की लेकिन उसे सफलता नहीं मिली क्योंकि वह हर बार अपना धैर्य खो देता था और खुदाई का स्थान बदल लेता था।
यदि उसने पहला गड्डे खोदते समय Patience रखा होता तो पानी बहुत जल्दी मिल जाता।

जितनी मेहनत उसने की, इतने में तो लगभग तीन कुए खोदे जा सकते थे लेकिन वह एक भी नहीं खोद सका। ऐसा क्यों हुआ? केवल और केवल धैर्य की कमी (lack of patience) के कारण ऐसा हुआ

इसलिए दोस्तों, धैर्य कभी नहीं खोना चाहिए। सफलता पाने के लिए धैर्य एक कुंजी की तरह काम करता है (patience is the key of success)
जो विद्यार्थी सफलता पाना चाहते हैं, वो यह जरूर पढ़ें

Students who want to Succeed, they must Read

आजकल आपको बहुत से ऐसे विद्यार्थी (students) मिल जायेंगे जिनमे patience की बहुत जबरजस्त कमी होती है। ऐसे विद्यार्थी अपना course भी सही से पूरा नहीं कर पाते हैं क्योकि कोर्स को सही से पूरा करने के लिए जितना समय लगता है उतना patience उनके अंदर होता ही नहीं है।

ऐसे में या तो वह जल्दी जल्दी कोर्स पूरा करते हैं जो आधा अधूरा ही उन्हें समझ आता है या फिर कोर्स को कभी पूरा कर ही नहीं पाते और exam आ जाते हैं।
Time Table को सही से follow न कर पाना, रोज सभी subjects को समय न दे पाना धैर्य की कमी को ही दर्शाता है।

अतः जो विद्यार्थी इस Article को पढ़ रहे है, वह अपने बेहतर भविष्य (Bright future) के लिए patience नाम की आदत (habit) को अपना लें तो success होने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता।
जो बिजनेसमैन सफलता पाना चाहते हैं, वो यह जरूर पढ़ें

Those Businessmen who want to Succeed, they must Read

मैंने बहुत से ऐसे Businessmen देखे हैं जो अपने काम में विफल हो चुके हैं और बहुत परेशान हैं। बात करने पर पता चला कि ऐसे Businessmen के अंदर धैर्य की बहुत कमी (lack of patience) होती है।

वह अपने Business को करने के लिए जो तरीका (Technic या Plan) अपनाते हैं, यदि वह तरीका धीरे धीरे काम कर रहा होता है तो वह उस तरीके को छोड़कर नया तरीका अपना लेते हैं।

और जब दूसरे तरीके में धीरे धीरे सफलता मिल रही होती है, तभी उसे छोड़कर कोई और तरीका अपना लेते हैं।
किसी बिज़नेस को करने के तरीके को यदि लगातार बदला जाये तो कोई भी तरीका काम नहीं करता और बिज़नेस बंद करना पड़ जाता है।

धैर्य की कमी की वजह से ही कोई Businessman अपने बिज़नेस करने के तरीके को बदलता रहता है।
यदि किसी बिज़नेस को करने का एक अच्छा तरीका अपनाया जाये और यदि वह शुरू में धीरे धीरे भी काम कर रहा है तो उसे नहीं छोड़ना चाहिएअनुभव (experience) होने पर वही तरीका बहुत अच्छा काम करने लगता है।

बहुत से Businessmen में तो इतने धैर्य की कमी होती है कि वह अपने बिज़नेस के तरीके को ही नहीं बल्कि बिज़नेस को ही बदलते रहते हैं और कभी सफल नहीं हो पाते।
जो लोग जीवन में कुछ बड़ा करना चाहते हैं, वो यह जरूर पढ़ें

Those who want to do Something Big in Life, they must Read

ऐसे लोग जो जीवन में कुछ अच्छा और बड़ा करना चाहते हैं उनके अंदर patience का होना बहुत जरुरी होता है। बिना patience के कोई भी बड़ी सफलता (Big success) हासिल नहीं की जा सकती।

बगुला के अंदर बहुत patience होता है तभी वह नदी में एक जगह बहुत देर तक बिना हिले डुले खड़े रहकर मछली का इन्तजार करता है और इसी patience की वजह से वह मछली पकड़ पाता है।

किसी भी पेड़ में जबरजस्त patience होता है तभी वह एक जगह खड़ा सभी मौसम को झेलता हुआ भी मीठे फल देता है।

नदियों में भी बहुत patience होता है तभी तो वह अपने हजारों किलोमीटर चलकर अपने लक्ष्य सागर को प्राप्त कर लेती हैं।

जब पेड़, बगुले, नदी आदि में इतना patience होता है तो आप तो ईश्वर की बनाई सर्वोत्तम कृति अर्थात मनुष्य हैं। आपमें तो धैर्य कूट कूट कर भरा होना चाहिए

George Savile ने सही ही कहा है कि–
जो व्यक्ति धैर्य का मालिक है, वह दुनिया की बाकी सभी चीजों का मालिक है।

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Friday, October 6, 2017

अगर जीवन में सफल होना है तो इंसान को समय रहते इन 9 आदतों को बदल लेना चाहिए

1) दिन में सोना

इंसान को दिन में नही सोना चाहिए। दिन में सोने वाला व्यक्ति आलसी होता है और आलसी व्यक्ति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को पूरा नहीं कर सकते हैं। जो लोग दिन में सोते हैं वे आलसी ही नहीं होते हैं, बल्कि अपने काम को कल पर टालने वाले भी होते हैं। इसके अलावा, बहुत ज्यादा सोना जीवन में स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकता है।

2) बिना लक्ष्य के भटकना

कुछ लोग बिना लक्ष्य के प्रयास करने में लगे रहते हैं। जब तक आप अपना लक्ष्य निर्धारित नही कर लेते हैं आपके सारे प्रयास व्यर्थ जाएंगे। क्योंकि बिना लक्ष्य वाला इंसान एक जगह टिक कर काम नही कर सकता है। ऐसे में उसके द्वारा किए गए पूर्व के सारे प्रयास व्यर्थ हो जाते हैं। इसलिए इंसान को अपना एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और उसे पाने के लिए दिन-रात मेहनत करना चाहिए

3) चरित्र का प्रतिबिंब

अगर आप किसी के पास जाते हैं या किसी से मिलते हैं तो आपके मिलने और बात करने के तरीके से आपके चरित्र का पता चल जाता है। इसलिए सभ्य व्यक्ति की तरह सभी से मिलना और बात करना चाहिए और जब तक जरूरत न हो मूँह नही खोलना चाहिए

4) जुआ की लत

जुआ खेलना बहुत हीं बुरा कर्म है और युधिष्ठिर ने इस गलत काम का अंजाम भी भुगत लिया था जब भरी सभा में पाँचों भाइयों के सामने उनकी पत्नी का अपमान हुआ था। ये तो पुराने जमाने की बात थी लेकिन आज भी सच्चाई यही है। जुआ खेलते वक्त इंसान अपने रिश्ते-नाते सब भुल जाता है और उसे जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। इसलिए इंसान को इस गंदी लत से बचना चाहिए

5) दूसरों की बातें सुनना

चोरी-छुपे दूसरों की बातें सुनना बहुत हीं बुरी बात है और इससे भी बुरी बात है उस सुनी हुई बात को अफवाह के रूप में फैलाना। आज कल भी बिल्कुल ऐसा हीं हो रहा है। लोग किसी की बात को सुनते हैं और बिना पूरी समझे उसे नमक-मिर्च लगाकर अफवाह के रूप में फैला देते हैं। इंसान को इस तरह की गलत आदत से बचना चाहिए

6) शिकार करना

भगवान ने यह धरती बनाई है और इस धरती के सभी जीवों को बनाया है। लेकिन इंसान अपने आप को श्रेष्ठ साबित करने के लिए दूसरे निरीह जीवों का शिकार करते रहता है जो कि गलत है। जीवन चाहे किसी का भी हो, बहुत हीं अनमोल है और इसे मारने का अधिकार इंसान को नही है। अगर इंसान ये कृत्य करता है तो वो अक्षम्य है और भगवान उसके इस कर्म की सजा किसी न किसी रूप में जरूर देंगे।

7) नृत्य और शिल्प में शामिल

अगर आप नृत्य को एक शौक की तरह देखते हैं तब तक सब कुछ ठीक है। लेकिन अगर आप इस शौक को अपनी आदत बना लेते हैं तो यह गलत है। ऐसा इंसान जो नृत्य को अपनी आदत बना लेता है वो इसका आनंद लेने के लिए अपनी जिम्मेदारियों से भी मुँह मोड़ लेता है। इसलिए किसी भी तरह के शौक को अपनी आदत न बनने दें।

8) शराब की लत

शराब एक ऐसा व्यसन है जो एक बार लग गया तो बहुत मुश्किल से छूटता है। शराब के पीछे हजारों जिन्दगियां बरबाद हो जाती हैं। यहाँ तक कि शराब पीने वाले व्यक्ति का सबकुछ बिक जाता है और उसके नाते-रिश्तेदार तक उससे अपना रिश्ता तोड़ लेते हैं। इसलिए इंसान को ऐसी किसी भी बुरी लत से अपने आप को बचाना चाहिए

9) कोई वाद्य यंत्र बजाना

आपको वाद्य यंत्र बजाने का शौक है तो यह अच्छी बात है। इससे इंसान के मस्तिष्क के विकास में मदद मिलती है। लेकिन अगर आप इस शौक को अपनी आदत बना लेते हैं और उसके कारण आपके परिजनों तथा दूसरे लोगों को कष्ट होता है तो आपको इस आदत को बदलना होगा। अगर आप वाद्य यंत्र अपनी जीविका चलाने के लिए बजाते हैं तब तो ठीक है लेकिन अगर आप अपना समय बिताने के लिए ऐसा करते हैं तो ये गलत है। क्योंकि तब आप अपना समय गंवा रहे होते हैं। ऐसे में आपको इस तरह की आदत से जल्द से जल्द पीछा छुड़ा लेना चाहिए।

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Thursday, October 5, 2017

दुनिया की कोई ताकत आपको सफल होने से नहीं रोक सकती अगर आप ये बातें समझ जाये


दोस्तों सफल तो सभी को होना है लेकिन सफल होने से पहले हमारे सामने जो मुसीबतें होती है यदि उसमे से बहार निकलने का रास्ता हमे समझ आ जाये तो उसके बाद दुनिया की कोई ताकत आपको सफल होने से नहीं रोक सकती है। क्या आप जानते है आपकी असफलता का सबसे बड़ा कारण क्या हो सकता है? अगर नहीं जानते तो आपको बता दे कि इंसान की असफलता का सबसे बड़ा कारण वह खुद है। आप किसी भी चीज़ में सफल होना चाहते है तो ये चार बातों को ध्यान से समज ले।

1) खुद पर विश्वास करना सीखो -

80 प्रतिशत से अधिक लोगों को खुद पर ही विश्वास नहीं होता है, बहुत कम लोग जानते है कि आप जैसा सोचने लगते है वैसा ही आपके साथ होने लगता है इसलिए खुद पर विश्वास रखने से सफलता खुद आपका पीछा करने लग जाएगी। अगर विश्वास नहीं है तो आजमा कर देख लेना।

2) अपने आप में बदलाव लाए -

अगर आप किसी काम में सफल नहीं हो रहे है तो इसका कारण आप खुद है आपको अपनी आदतों को सुधारना होगा तभी सफलता आपके लिए एक खेल बन जाएगी। मंजिल को प्राप्त नहीं कर पा रहे है तो काम करने का तरीका बदल डालो और जरूर पड़े तो खुदको भी बदल दो लेकिन आपका लक्ष्य एक रखो और विश्वास करो एक दिन आप इतनी ऊंचाई पर पहुंच जाओगे कि आपको भी विश्वास नहीं होगा।

3) अच्छे लोगो की संगति -

आप जैसा बनना चाहते है वैसे लोगो के साथ समय बिताये, जिनका लक्ष्य आपके जैसा हो ऐसा करने से आपको उस काम को करने में मज़ा आने लग जायेगा। आपके अंदर जूनून छा जायेगा।

4) कोई समय लक्ष्य के बारे में विचार -

जो लोग जुनूनी होते है वे फालतू समय में भी अपने लक्ष्य के बारे में ही सोचते है उनको दिन रात बस वही चीज़ दिखती है अगर आपको मोटीवेट नहीं हो रहे है तो महान लोगो के सुविचार पढ़ो और उनको समझो फिर आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।

हमारी सबसे बड़ी समस्या हमारे द्वारा बनाये गए विचार ही है जो हमको सफल होने नहीं देते है इसलिए इन चार बातों को समझने की कोशिश कर अगर नहीं पता चले तो बार बार पढ़ो क्योंकि जितनी बार आप इसे पढोगे आपको एक अजीब प्रेरणा मिलेगी।

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