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Friday, October 6, 2017

ये है जीवन में हमेशा खुश रहने का राज

1.वह व्यक्ति महान होता है जो अपने जीवन में आदर्श युक्त कार्यों को ही आचरण में उतरने दे| किसी के साथ भी ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए जो मानवीय गरिमा की दृष्टि से असहनीय हो।

2. जिस प्रकार एक पुण्य सारे पापों को नष्ट कर देता है उसी प्रकार एक पाप जीवन के सारे पुण्य को नष्ट करने का कारण होता है।

3. अहंकार व्यक्ति के जीवन को एक ऐसे दलदल में फँसा देता है जिसके कारण वह उससे निकलना तो चाहता है लेकिन जितना निकलने की कोशिश करता है उतना ही अधिक वह फंसता चला जाता है|

4. अहंकार करने वाला व्यक्ति यह सोचता है कि उसका अहंकार ही सर्वोपरि है, इसी वजह से वह यह सोचता है कि उसके अहंकार के कारण ही समाज में उसका सम्मान है, परंतु यह केवल उसके मन का वहम मात्र है

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व्हाट्सएप्प में शामिल हुए 3 नए कमाल के फीचर्स, देखिये

इन्स्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप अपने उपयोगकर्ताओं के लिए नई फीचर पेश करता है ताकि वे अपने उपयोगकर्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकें। एक बार फिर व्हाट्सएप ने डीपी ज़ूम, प्रोफाइल नाम और बदलें अपडेट स्थिति सहित तीन और नई सुविधाओं को जोड़ा है। इन सुविधाओं के बारे में अधिक जानें

1. डीपी ज़ूम
पहली श्वेत स्थान के उपयोगकर्ताओं ने शिकायत की कि वे डीपी के कर कर दूसरों को नहीं देख सकते। उपयोगकर्ताओं की समस्या को देखते हुए, वॉट्स ने डीपी ज़ूम फीचर पेश किया है। अब उपयोगकर्ताओं को डीपी ज़ूम आउट करके ज़ूम कर सकते हैं। हालांकि, यह सुविधा केवल व्हाट्सएप्स के बीटा उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है। लेकिन जल्द ही यह सुविधा सभी उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध होगी।

2. अज्ञात संख्या प्रोफ़ाइल नाम दिखाएगी।
आपको किसी की एक फुलपाथ मिलती है जिसका नंबर आपके पास नहीं बचा है, फिर भी आप उसका नाम जान लेंगे। हमें पता है कि यह सुविधा जल्द ही सभी उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध होगी। इसके बाद, जिस व्यक्ति ने आपको एक संदेश भेजा है, वह नाम जिसे आपने खुद पंजीकृत किया होगा, वह नाम जो आपको दिखाई देगा।

3. बदलें स्थिति कैसे अपडेट करें
नई स्थिति के तहत आप रंगीन स्थिति जोड़ सकते हैं आपको स्थिति में विकल्प भी मिलेगा सबसे खास बात यह है कि यह सुविधा सभी उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध हो गई है।

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Thursday, October 5, 2017

क्या आप भारत की प्राचीन Secret Agencies के बारे में जानते हैं?

Know about Secret agencies in Ancient India in hindi


प्राचीन काल से ही जासूसी प्रणाली ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं. आप नहीं जानते कि गुप्त एजेंसियों द्वारा जासूसी करना एक आधुनिक व्यवस्था नहीं है. अति प्राचीन काल से, मनुष्य हमेशा अपने प्रतिद्वंद्वियों और विरोधियों के बारे में विशिष्ट जानकारी प्राप्त करने के लिए जिज्ञासु रहा है.


Source: www. s-media-cache-ak0.pinamp-img.com
देखा जाए तो इस जिज्ञासा ने ही एक संस्था के जन्म दिया है जिसे 'जासूसी' (Spy) कहा जाता है और इस गतिविधि में शामिल व्यक्ति को 'जासूस' के नाम से जाना जाता है. 'जासूस' शब्द संस्कृत के 'स्पश' शब्द से निकला है जिसका अर्थ एक सावधान चौकीदार होता है. अतः यह स्पष्ट है कि वर्तमान में जो गुप्त सेवा का प्रयोग होता है वो प्राचीन भारत की ही देन है. प्राचीन काल में, कुछ विशिष्ट व्यक्ति लोगों की गतिविधियां और कार्यों पर लगातार नजर रखते थे. धीरे-धीरे, लोगों के इस समूह ने खुद को संगठित किया और जासूसी की कला को आगे बढ़ाया.

प्राचीन भारत में गुप्त एजेंसियों की उत्पत्ति कैसे हुई  


Source: www.srma.consulting
- मानव ग्रंथों का सबसे प्राचीन ग्रंथ रिग वेद में भी जासूसी के बारे में उल्लेख किया गया है. जासूसी के बारे में सन्दर्भ मिस्र, बेबीलोन, अस्सैरिया, ग्रीस और चीन की प्राचीन सभ्यताओं में भी देखे जा सकते हैं.
- चीन के ऋषि सन त्सू ने जासूसी पर एक पुस्तक 'पिंग फा द आर्ट ऑफ़ वॉर' लिखी थी जो कि सबसे पहली पुस्तक मानी जाती है.
पुराणों के मुख्य देवताओं में से एक देवता वरुण को गुप्त सेवाओं अर्थार्त जासूसी का संचालक माना जाता है. 
- यहाँ तक की माघ, सबसे अधिक कृत्रिम और सुविख्यात कवि और विचारक ने कहा कि जासूसी की सहायता के बिना अंतरिक्ष यान भी अस्तित्व में नहीं हो सकता है।
- प्राचीन भारत में गुप्त एजेंसियों को उत्पीड़न के साधन के रूप में नहीं बल्कि शासन के एक उपकरण के रूप में माना जाता था। इसीलिए गुप्त एजेंटों को ‘राजा की आंख’ भी कहाँ जाता था.


भारतीय इतिहास में व्याख्या की गई है कि प्राचीन भारतीयों ने इस जासूसी की  कला में काफी विशेषज्ञता हासिल की थी. तकनीक और परिचालन पद्धति उनके द्वारा अपनाई गईं अत्यधिक उन्नत थीं और आज उपयोगी साबित हुई हैं.
वरुण से लेकर चाणक्य की गुप्त निति की बात करें तो कई महाकाव्य जैसे महाभारत, रामायण, पुराण, कालिदास, माघ और तमिल संगम साहित्य के साहित्यिक कार्यों के अभूतपूर्व ऊंचाइयों में भी इसका उल्लेख किया गया हैं.
चाणक्य को जासूसी, पाखंड, धोखा और असंतोष पैदा करने की उनकी तकनीक ने उन्हें कौटिल्य का शीर्षक दिया, जिसका मतलब है कुटिल. यहां तक कि कूटनीतिज्ञ और राजनेताओं ने चाणक्य के सिद्धांत को “ साम, दाम, दंड, भेद” का अनुसरण किया ताकि वे अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर सकें. यहा तक कि चाणक्य की निति को भारत और इसकी मुख्य सूचना एजेंसी, द रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (आरएडब्ल्यू) द्वारा भी अपनाया गया था.

जासूसी और गुप्त एजेंसियों पर सिद्धांत


चाणक्य द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘अर्थशास्त्र’ को सभी जासूसी एजेंसियों द्वारा जासूसी का ब्लूप्रिंट माना गया है. जासूसी पर कुछ सिद्धांत इस प्रकार हैं:
(i) एजेंटों की श्रेणी: ख़ुफ़िया विभाग में दो विंग्स समस्था और संकारा हैं. समस्था के एजेंट राज्य के भीतर जासूसी करते थे, जबकि आवश्यकता के आधार पर संकारा के एजेंट एक राज्य से दुसरे राज्य में जाकर जासूसी करते थे. दूसरी तरफ आधुनिक युग में देखें तो दो पंखों के प्रमुख अपने संबंधित एजेंटों के संचालन, समन्वय और नियंत्रण को प्रशिक्षित करते थे और कोई भी विंग किसी के भी एजेंटों को नहीं जानती थी.
(ii) गुप्त एजेंटों की भर्ती: साहित्यिक ग्रंथों का अध्ययन गुप्त एजेंटों की भर्ती के लिए कोई निश्चित मानदंड नहीं बताता है परन्तु आधुनिक दुनिया में, गुप्त एजेंटों को उनकी शैक्षिक योग्यता, मार्शल कौशल, सेना / नौसेना, सीबीआई आदि में अनुभव के आधार पर शामिल किया जाता है.
(iii) नियंत्रण और पर्यवेक्षण: प्राचीन भारत में, गुप्त संगठनों के सभी कार्यों और फैसलों को व्यक्तिगत रूप से या तो सबसे विश्वसनीय मंत्रियों के जरिये या फिर खुद शासक द्वारा निगरानी की जाती थी. लेकिन राजा के लिए यह व्यक्तिगत रूप से संभालना मुश्किल था, इसलिए चाणक्य ने 'विदेश मामलों के विभाग' का गठन किया जिसमें मंत्रियां कमांडर-इन-चीफ के साथ-साथ बड़े फैसले लेने और राजा को सीधे रिपोर्ट करने के लिए समन्वय करेंगें.
जासूसों की श्रेणियां


Source: www.gabsinc.com


चाणक्य ने विभिन्न प्रकार के जासूस, उनकी भर्ती की प्रक्रिया, भूमिकाएं, जिम्मेदारियां, पुरस्कार और राजा के साथ उनके संबंधों को भी सूचीबद्ध किया है। 
उन्होंने नौ अलग-अलग जासूसों का उल्लेख किया था, प्रत्येक की विशिष्ट भूमिकाएं है जो कि दो श्रेणियों में विभाजित है। 
चाणक्य के हिसाब से पहली श्रेणी में 5 विभिन्न प्रकार के गुप्त एजेंट शामिल हैं, जिन्हें 'राजा की पांच आंख' के रूप में जाना जाता है. इन दीर्घकालिक स्थानीय जासूसों को सर्वोच्च श्रेणी का दर्जा दिया गया था और ये लोग राजा को सीधे रिपोर्ट करते थे। इन सभी को जानकारी प्रदान और अन्य कामों के लिए अलग-अलग भूमिकाएं मिली थी।


जासूसी की तकनीक :
भारत के प्राचीन ख़ुफ़िया एजेंसियों द्वारा कार्यरत जासूसी की कुछ तकनीक इस प्रकार हैं:
(i) प्रेरणा और स्रोतों की भर्ती: किसी भी व्यक्ति से गुप्त जानकारी एकत्र करने का आसान और सीधा माध्यम था सेक्स, पैसा, बदला या शक्ति. इन कमजोरियों का अधिकतम फायदा उठाते हुए, गोपनीय जानकारी साझा करने के लिए प्राचीन भारत के जासूस अन्य राज्यों के नागरिकों का शोषण किया करते थे. 
(ii) घुसपैठ और उनके लक्ष्य का चयन: चाणक्य ने गुप्त एजेंटों को अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी:
- जो शासकों से असंतुष्ट हैं या उन्हें अपमानित या निर्वासित किया गया था.
- अपने व्यय के लिए जिनको मुआवजा नहीं मिला है.
- बलपूर्वक जिन महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की गई हो.
- जिनकी संपत्ति को जब्त कर लिया गया हो.
- जो गलत तरीके से कैद किये गए हो आदि.
(iii) डबल-एजेंट ऑपरेशनडबल एजेंट वह जासूस है जो विपक्ष के लिए काम करता है जबकि उनको नियुक्त करने वाले लोगों के प्रति निष्ठा का दिखावा करना होता है.
(iv) स्रोतों का भुगतानप्राचीन भारत में जासूसों को सम्मान, उपहार और प्रोत्साहन देने की आवश्यकता होती थी.
इस लेख से यह पता चलता हैं कि कैसे प्राचीन भारत में गुप्तचर संस्थाएं प्रचलित हुई, चाणक्य की क्या-क्या कूट नीतियाँ थी और कैसे इन नीतियों का इस्तेमाल करना चाहिए आदि.

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दुनिया की कोई ताकत आपको सफल होने से नहीं रोक सकती अगर आप ये बातें समझ जाये


दोस्तों सफल तो सभी को होना है लेकिन सफल होने से पहले हमारे सामने जो मुसीबतें होती है यदि उसमे से बहार निकलने का रास्ता हमे समझ आ जाये तो उसके बाद दुनिया की कोई ताकत आपको सफल होने से नहीं रोक सकती है। क्या आप जानते है आपकी असफलता का सबसे बड़ा कारण क्या हो सकता है? अगर नहीं जानते तो आपको बता दे कि इंसान की असफलता का सबसे बड़ा कारण वह खुद है। आप किसी भी चीज़ में सफल होना चाहते है तो ये चार बातों को ध्यान से समज ले।

1) खुद पर विश्वास करना सीखो -

80 प्रतिशत से अधिक लोगों को खुद पर ही विश्वास नहीं होता है, बहुत कम लोग जानते है कि आप जैसा सोचने लगते है वैसा ही आपके साथ होने लगता है इसलिए खुद पर विश्वास रखने से सफलता खुद आपका पीछा करने लग जाएगी। अगर विश्वास नहीं है तो आजमा कर देख लेना।

2) अपने आप में बदलाव लाए -

अगर आप किसी काम में सफल नहीं हो रहे है तो इसका कारण आप खुद है आपको अपनी आदतों को सुधारना होगा तभी सफलता आपके लिए एक खेल बन जाएगी। मंजिल को प्राप्त नहीं कर पा रहे है तो काम करने का तरीका बदल डालो और जरूर पड़े तो खुदको भी बदल दो लेकिन आपका लक्ष्य एक रखो और विश्वास करो एक दिन आप इतनी ऊंचाई पर पहुंच जाओगे कि आपको भी विश्वास नहीं होगा।

3) अच्छे लोगो की संगति -

आप जैसा बनना चाहते है वैसे लोगो के साथ समय बिताये, जिनका लक्ष्य आपके जैसा हो ऐसा करने से आपको उस काम को करने में मज़ा आने लग जायेगा। आपके अंदर जूनून छा जायेगा।

4) कोई समय लक्ष्य के बारे में विचार -

जो लोग जुनूनी होते है वे फालतू समय में भी अपने लक्ष्य के बारे में ही सोचते है उनको दिन रात बस वही चीज़ दिखती है अगर आपको मोटीवेट नहीं हो रहे है तो महान लोगो के सुविचार पढ़ो और उनको समझो फिर आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।

हमारी सबसे बड़ी समस्या हमारे द्वारा बनाये गए विचार ही है जो हमको सफल होने नहीं देते है इसलिए इन चार बातों को समझने की कोशिश कर अगर नहीं पता चले तो बार बार पढ़ो क्योंकि जितनी बार आप इसे पढोगे आपको एक अजीब प्रेरणा मिलेगी।

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CURRENT AFFAIRS के प्रश्नों का जवाब


1.भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने विश्व पर्यावरण दिवस पर किस नये वेबसाइट का शुभारंभ किया? --> अतुल्य भारत
2.किस राज्य को सिंहस्थ 2016 विवरणिका के लिए हिन्दी एवं अंग्रेजी में उत्कृष्ट प्रकाशन ”कॉफी टेबल पुस्तकहार्ट ऑफ इंक्रेडिबल इंडिया” के लिए पर्यटन पुरस्कार दिया गया? ---> मध्यप्रदेश
3.मध्यप्रदेश के किस रेल्वे स्टेशन को पर्यटक अनुकूल का पुरस्कार दिया गया ? ---> -उज्जैन
4.सर्वश्रेष्ठ विरासत शहर के संयुक्त विजेता कौनसे दो राज्य है ? ---> तेलंगाना-(वारांगल) और मध्यप्रदेश-(चंदेरी)
5.भारत के किस दो राज्यों को पर्यटन के क्षेत्र में व्यापक विकास के लिएराष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार 2015-16′ प्रदान किए गये ? ----> मध्यप्रदेश और गुजरात
6.देश का कौन सा पहला राज्य है जिसे लगातार 3 सालबेस्ट टूरिज्म स्टेट का हॉल ऑफ फेम राष्ट्रीय अवार्ड’ मिला ? ----> मध्यप्रदेश
7.विश्व पर्यटन दिवस पर मध्यप्रदेश को कुल कितने राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त हुए? ---> 10
8.मध्यप्रदेश के किस शहर को ‘बेस्ट हेरिटेज सिटी का राष्ट्रीय अवार्ड’ मिला ? ---> चंदेरी
9.सर्वश्रेष्ठ एयरपोर्ट के लिए सयुक्त रूप से 2015-2016 राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार किन राज्यों को दिया गया ? ---> जम्मू-कश्मीर और छत्तीसगढ़
10.रासायनिक हथियार समझौते (सीडब्ल्यूसी) पर हस्ताक्षर करने वाला पहला देश कौनसा था? ---> रूस
11.हाल ही में किस देश अपने सभी रासायनिक युद्ध सामग्री/हथियारों को पूर्णतः नष्ट कर दिया ? ---> रूस
12.रूस के वर्तमान राष्ट्रपति कौन है ? ---> ब्लादिमीर पुतिन
13.ईरान के वर्तमान राष्ट्रपति कौन है ? --->हसन रोहानी
14.शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार किस क्षेत्र में दिया जाता है? ---> विज्ञान और प्रौद्योगिकी
15.30 सितम्बर 2017 को किसने सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) महानिदेशक का पदभार किसने संभाला? ---> रजनीकांत मिश्रा
16.बनवारी लाल पुरोहित को हाल ही में तमिलनाडु के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया है नियुक्ति से पहले वे किस राज्य के राज्यपाल थे ? ----> असम

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रट लो अब ये रासायनिक सूत्र जो हर परीक्षा में पूछे जाते है

साधारण नमक - NaCl
बेकिंग सोडा - NaHCO₃
धोवन सोडा - Na₂CO₃·10H₂O
कास्टिक सोडा - NaOH
सुहागा - Na₂B₄O₇·10H₂O
फिटकरी- K₂SO₄·Al₂(SO₄)₃·24H₂O
लाल दवा - KMnO₄
कास्टिक पोटाश - KOH
शोरा - KNO₃
विरंजक चूर्ण - Ca(OCl)·Cl
चूने का पानी - Ca(OH)₂
जिप्सम - CaSO₄·2H₂O
प्लास्टर ऑफ पेरिस- CaSO₄·½H₂O
चॉक - CaCO₃
चूना-पत्थर - CaCO₃
संगमरमर - CaCO₃
नौसादर - NH₄Cl
लाफिंग गैस - N₂O
लिथार्ज - PbO
गैलेना - PbS
लाल सिंदूर - Pb₃O₄
सफेद लेड - 2PbCO₃·Pb(OH)₂
नमक का अम्ल - HCl
शोरे का अम्ल - HNO₃
अम्लराज - HNO₃ + HCl (1 : 3)
शुष्क बर्फ - CO₂
हरा कसीस - FeSO₄·7H₂O
हॉर्न सिल्वर - AgCl
भारी जल - D₂O
प्रोड्यूशर गैस - CO + N₂
मार्श गैस - CH₄
सिरका - CH₃COOH
गेमेक्सीन - C₆H₆Cl₆
नीला कसीस - CuSO₄·5H₂O
ऐल्कोहॉल - C₂H₅OH
मण्ड - C₆H₁₀O₅
अंगूर का रस - C₆H₁₂O₆
चीनी - C₁₂H₂₂O₁₁
यूरिया - NH₂CONH₂
बेंजीन - C₆H₆
तारपीन का तेल - C₁₀H₁₆
फिनॉल - C₆H₅O

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अगर दिमाग है तो बताओ TET में पूछे गए इन 15 प्रश्नों का सही उत्तर क्या होगा

1) विश्व की सड़कों के आधार पर भारत का विश्व में कौनसा स्थान है?

उत्तर - दूसरा

2) भारत में कुल सड़कों की लंबाई कितनी है?

उत्तर - 48,65,000 किमी

3) भारत में सड़क परिवहन का योगदान कितना है?

उत्तर - 80 प्रतिशद

4) कुल केंद्रीय कर्मचारियों का कितना प्रतिशद भाग रेलवे में कार्यरत है?

उत्तर - 40 प्रतिशद

5) भारत में कुल रेलमार्ग की लंबाई कितनी है?

उत्तर - 63,974 किमी

6) भारत में माल परिवहन के लिए किस माध्यम का सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है?

उत्तर - भारतीय रेलवे

7) भारत में प्रथम क्रांति रेल कहाँ चली?

उत्तर - दिल्ली से बैंगालुरू

8) भारत के किस राज्य में सबसे अधिक पक्की सड़कें है?

उत्तर - महाराष्ट्र व तमिलनाडु

9) भारतीय रेल की प्रथम क्षेत्रीय महिला महाप्रबन्धक कौन है?

उत्तर - श्रीमती सौम्या राघवन

10) भारतीय रेल की प्रथम महिला रेलवे अधिकारी कौन है?

उत्तर - श्रीमती विजयालक्ष्मी विश्वनाथन

11) काराकोरम राजमार्ग किसे जोड़ता है?

उत्तर - पाकिस्तान और अफगानिस्तान

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 1 की लंबाई कितनी है?

उत्तर - 1226 किमी

12) राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 7 की लंबाई कितनी है?

उत्तर - 2369 किमी

13) भारतीय रेलवे की प्रथम महिला रेल इंजिन ड्राइवर कौन है?

उत्तर - मुमताज काथावाला

14) भारतीय रेल की प्रथम महिला मोटरमैन कौन है?

उत्तर - श्रीमती प्रीति कुमारी

15) राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 7 कहाँ से कहाँ तक जाता है?

उत्तर - वाराणसी से कन्याकुमारी

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Tuesday, October 3, 2017

फोन के इंटरनल स्टोरेज को फ्री करने के लिए करें ये काम.

फोन के इंटरनल स्टोरेज को फ्री करने के लिए करें ये काम

आपका एंड्रायड फोन इमेज, विडियो, म्यूजिक और बहुत सी एप्स से भरा हुआ रहता है। ऐसे में कई ऐसी एप्स हैं जो ज़्यादा मेमोरी खाती हैं। कई बार आपका फोन एकदम से स्लो भी हो जाता है ऐसे में आपके लिए यह जानना ज़रूरी है कि इंटरनल स्टोरेज को कम कैसे करें ताकि फोन फास्ट चले। आइये हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे ही तरीके...

एंडरोइड बिल्ट इन स्टोरेज काम में लें

सबसे पहले ये देखें कि ऐसी क्या चीज है सबसे ज़्यादा मेमोरी खर्च कर रही है। एंडरोइड के मॉडम वर्जन में स्टोरेज पैनल होता है उससे आपको यह जानकारी मिल जाएगी कि कौनसी एप में कितनी मेमोरी खर्च हो रही है।

इमेज की साइज़ कम करें

आपके फोन में लगभग से एमबी तो फोटो ही होंगी। इसमें से बहुत सी फोटो ज़्यादा मेमोरी की होंगी। ऐसी कई एप्स हैं जो फोटो की साइज़ को कम कर देती हैं और इनकी क्वालिटी ऐसे ही बरकरार रहती है।

क्लाउड स्टोरेज में अपलोड करें

फोटो और विडियो को क्लाउड स्टोरेज में अपलोड करें। इससे आप फोटो को अपने फोन में एक्सेस कर पाएंगे, लेकिन ये क्लाउड स्टोरेज में सेव रहेंगी। इससे बहुत सा स्पेस कम होगा।

कैशे और जंक फाइल्स को डिलीट करें

कैशे और जंक फाइल्स को समय-समय पर डिलीट करते रहें। इससे स्पेस खाली होगा। प्ले स्टोर पर फोन क्लीन करने के कई एप्स उपलब्ध हैं।

जो मीडिया फाइल्स काम की नहीं है उन्हें डिलीट करें

वाट्सअप एक ऐसी कॉमन एप है जो हम मीडिया ट्रांसफर के लिए इस्तेमाल करते हैं। इससे हम फोटो, विडियो शेयर करते हैं इसलिए इसमें ज़्यादा मेमोरी खर्च होती है। ऐसे में ज़रूरी है कि जंक फाइल्स और वाट्सअप की जो फाइलें ज़रूरी नहीं है उन्हें हम डिलीट कर दें।

एप्स को एसडी कार्ड में मूव करें

अगर एप्स को आप एंडरोइड की मेमोरी में सेव करेंगे तो इंटरनल स्टोरेज भरेगा। आप इन्हें एसडी कार्ड में सेव करें। इससे फोन फास्ट चलेगा।

जो एप काम नहीं आ रही हैं उन्हें डिलीट करें

जो एप्स आप काम नहीं ले रहे हैं उन्हें समय-समय पर डिलीट करते रहें इससे फोन का स्टोरेज कम होगा और फोन सही काम करेगा।

ब्लोटवर को अनइन्स्टाल करें

फोन में कई एप्स पहले से आती हैं, इनमें से कई आपके काम की नहीं होती हैं। इन्हें भी आप डिलीट कर सकते हैं।

स्क्रीन शॉट के सेव करने का फोल्डर बदलें

हम अक्सर फोन से स्क्रीन शॉट लेते रहते हैं। लेकिन ये फाइलें कितनी भारी होती है ये हम नहीं सोचते। इसलिए इनको एसडी कार्ड में कहीं सेव कर सकते हैं बजाय की फोन की मेमोरी के।

लॉग फ़ोल्डर्स को देखें

कई फ़ोल्डर्स हैं जिनसे बहुत सी मेमोरी भर जाती है। ईएस फाइल एक्सप्लोरर से आप यह देख सकते हैं कि कौनसा फोल्डर ज़्यादा मेमोरी ले रहा है। ज़्यादा मेमोरी खर्च करने वाले लॉग फ़ोल्डर्स को डिलीट कर दें।

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Monday, October 2, 2017

एंड्रॉयड फोन की स्पीड को बढ़ाना है आसान, अपनाएं इन तरीकों को

एंड्रॉयड फोन की स्पीड को बढ़ाना है आसान, अपनाएं इन तरीकों को

 मौजूदा समय 1 बिलियन से ज्यादा लोग एंड्रॉयड फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इनमें से अधिकांश लोगों को उनके एंड्रॉयड डिवाइस के स्लो होने की शिकायत होती है। साथ ही, समय के साथ-साथ डिवाइस की स्पीड और भी धीमी होने की शिकायत आम हो जाती है। आपके एंड्रॉयड फोन की स्पीड कम होने के कई कारण हो सकते हैं। इसका मुख्य कारण फोन में कम मैमोरी, रैम और दूसरी समस्या जैसे कि वायरस भी हो सकते हैं। यहां हम आपकी इस समस्या का समाधान लेकर आए हैं। कुछ आसान तरीकों को अपनाकर आप भी अपने स्लो डिवाइस को मिनटों में फास्ट कर सकते हैं।

1. फोन के इंटरनल स्टोरेज को मैनेज करें

किसी भी एंड्रॉयड डिवाइस की खास चीज उसकी इंटरनल मैमोरी होती है। इसलिए कभी भी फोन को खरीदने से पहले उस स्मार्टफोन के स्टोरेज की जानकारी ले लें। हमेशा उस फोन को खरीदे जो ज्यादा इंटरनल स्टोरेज के साथ आते हैं।

2. ब्लॉटवेयर को रिमूव करें

अगर आपके डिवाइस में 2 जीबी से ज्यादा रैम है तो आपको ब्लॉटवेयर की चिंता करने की जरुरत नहीं है। लेकिन फोन में 2 जीबी से कम रैम है तो आप डिवाइस से ब्लॉटवेयर को रिमूव कर दें। ऐसा करने से आपके फोन की क्षमता और बढ़ेगी और डिवाइस की स्पीड भी बढ़ेगी।

3. एप और सिस्टम कैशे को क्लियर करें

जिन एप्स का इस्तेमाल आप रोजाना करते हैं उनके कैशे तैयार होने लगते हैं। ये कैशे आपके फोन के स्टोरेज को कम कर देते हैं। इसके अलावा, इन कैशे की वजह से आपके डिवाइस की स्पीड भी कम होती जाती है। ऐसे में यह जरुरी होता है कि अपने फोन स्टोरेज में जाकर समय-समय पर कैशे को क्लियर या डिलीट करते रहें। ऐसा करने से आपके डिवाइस की स्पीड बढ़ेगी।

4. जरुरी एप्स को ही करें इंस्टॉल

एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम में एप्स को इंस्टॉल करना काफी आसान होता है। लेकिन, ऐसा जरुरी नहीं कि फोन में सभी एप्स को इंस्टॉल किया जाए। ऑनलाइन ऐसे कई एप्स मौजूद हैं जो आपके डिवाइस के रैम और स्टोरेज को कम करते हैं। ऐसे में, अपने एंड्रॉयड डिवाइस में हमेशा उन्ही एप्स को इंस्टॉल करें जो आपके लिए जरुरी हो।

5. उन एप्स को अनइंस्टॉल करें जिनका इस्तेमाल नहीं करते

जैसा कि हमने पहले ही बताया कि एंड्रॉयड डिवाइस में एप्स को इंस्टॉल करना काफी आसान होता है। ऑनलाइन ऐसे कई एप्स मौजूद हैं जो आपके फोन के स्पेस को कम करते हैं और आपके डिवाइस की स्पीड को धीमा कर देते हैं। ऐसे में अपने फोन में केवल उन्हीं एप्स को इंस्टॉल करें जो जरुरी हो। वहीं, जिन एप्स का आप ज्यादा इस्तेमाल नहीं करते उन्हें अपने फोन से डिलीट कर दें।

6. अनावश्यक विजेट्स को करें रिमूव

कई यूजर्स अपने एंड्रॉयड डिवाइस में विजेट्स का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। आपको बता दें कि ये विजेट्स आपके स्मार्टफोन की स्पीड को धीमा कर सकते हैं। ये विजेट्स आपके फोन के रैम को कम करता है।

7. डिवाइस के एनिमेशन्स करें डिसेबल

सभी एंड्रॉयड डिवाइस में एनिमेशन स्केल मौजूद होते हैं जो उनकी क्वालिटी के आधार पर होते हैं। ये एनिमेशन्स आपके एंड्रॉयड डिवाइस के बैटरी और परफॉर्मेंस पर काफी प्रभाव डालते हैं। हालांकि, इनका एंड्रॉयड डिवाइस की परफॉर्मेंस पर भी असर पड़ता है। इसलिए, इसका इस्तेमाल कम करना चाहिए। इसे बंद करने के लिए आपको फोन की सेटिंग – डेवलपर ऑप्शन > विंडो ट्रांसिशन स्केल – 0.0 को सिलेक्ट करना होगा। इसी तरह आप फोन के एनीमेशन स्केल को भी बंद कर सकते हैं।

8. अपने एंड्रॉयड के फर्मवेयर को करें अपडेट

एंड्रॉयड डिवाइस की स्पीड में तेजी लाने के लिए हमेशा इसके नए फर्मवेयर को अपग्रेड करते रहना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि हर नए अपडेट में कुछ नया दिया हुआ होता है जो आपके डिवाइस को पहले से ज्यादा बेहतर बनाता है। इसलिए आपके एंड्रॉयड डिवाइस को लेटेस्ट वर्जन से अपडेट करते रहना चाहिए। इसके लिए फोन के About Phone ऑप्शन में जाकर लेटेस्ट अपग्रेड को चेक कर लें।

9. ऑटो सिंक को करें डिसेबल

अगर आपका एंड्रॉयड डिवाइस कई अकाउंट्स जैसे कि व्हाट्सएप, स्नैपचैट, जीमेल, ऑउटलुक से कनेक्टेड है तो आपको फोन के ऑटो सिंक फीचर को बंद कर देना चाहिए। ऑटो-सिंक फीचर आपके फोन की परफॉर्मेंस को कम करती हैं। साथ ही, इससे आपके फोन की बैटरी भी ज्यादा खर्च होती है।

10. बैकग्राउंड रनिंग एप्स करें रिमूव

कुछ एप्स डिवाइस के शुरु होते ही काम करने लगते हैं। ऐसे में ये एप्स फोन के बैकग्राउंड में चलते रहते हैं। इन एप्स के कारण भी आपके एंड्रॉयड डिवाइस की परफॉर्मेंस धीमी होती है। साथ ही, फोन की स्पीड भी कम होती जाती है। ऐसे में फोन में चलने वाले इन एप्स को रिमूव कर देना चाहिए।

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Sunday, October 1, 2017

ये हैं दुनिया की सबसे लोकप्रिय 10 फ्री एंड्रॉयड एप्स

स्मार्टफोन में एप्स का इस्तेमाल तो हर कोई करता है। लेकिन क्या जानते हैं कि दुनिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय एंड्रॉयड एप्स कौन-सी हैं या किन एप्स को दुनियाभर के यूजर्स सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं? रिसर्च फर्म प्राओरी (Priori) ने एक डाटा जारी किया है जिसमें अगस्त 2017 की 10 सबसे ज्यादा लोकप्रिय एप्स के बारे में बताया गया है। यह डाटा गूगल प्ले स्टोर के जरिए डाउनलोड एप्स के आधार पर दिया गया है।

1- इस लिस्ट में सबसे पहला नाम व्हाट्सएप का है। इसे दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इसे चैटिंग, वॉयस कॉलिंग, वीडियो कॉलिंग और ग्रुप चैटिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

2- दूसरा नाम फेसबुक मैसेंजर का है। यह यूजर्स को टेक्सट और वीडियो चैट करने की सुविधा देता है। यह एप और डेस्कटॉप दोनों पर काम करता है।

3- तीसरे नंबर पर फेसबुक की स्वामित्व वाली कंपनी इंस्टाग्राम है। कंपनी ने दावा किया है कि इसके 800 मिलियन मासिक एक्टिव यूजर्स हैं।

4- सोशल नेटवर्किंग एप फेसबुक चौथे नंबर पर है। कंपनी धीरे-धीरे अपने प्लेटफॉर्म पर वीडियो और विज्ञापनों में बढ़ोतरी कर रही है।

5- पांचवे नंबर पर फेसबुक लाइट एप है। इस एप का साइज केवल 2 एमबी है। यह एप बेसिक फीचर्स वाले स्मार्टफोन के लिए बनाई गई है। इसे स्लो इंटरनेट पर भी एक्सेस किया जा सकता है।

6- शॉपिंग एप Wish छठे नंबर पर है। यह दुनिया की सबसे लोकप्रिय शॉपिंग एप है। इस एप को इसके वर्चुअल मॉल फीचर के लिए जाना जाता है।

7- सातवें नंबर पर स्नैपचैट है। इसे इंस्टाग्राम द्वारा काफी कड़ी टक्कर मिली है। इंस्टाग्राम बाहर के देशों में काफी लोकप्रिय है।

8- अगला यानी आठवां नंबर Subway Surfers गेम का है। इसे Kiloo और SYBO ने बनाया है। यह गेम यूजर्स के बीच काफी लोकप्रिय है।

9- नौवां नंबर Spotify म्यूजिक का है। इस एप की वैल्यू 16 डॉलर मिलियन है। इसे आईओएस यूजर्स के लिए भी पेश कर दिया गया है।

10- Messenger Lite एप इस लिस्ट में आखिरी यानी दसवें नंबर पर है। इसे भी यूजर्स स्लो इंटरनेट स्पीड पर इस्तेमाल कर सकते हैं।

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